प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के लिए अब समय है कि वे जाग जाएं और अपनी कमियों को दूर करने की कोशिश करें. यदि खामियों को दूर नहीं किया गया तो इन चुनावों ने 2014 की ओर भी इशारा कर दिया है.