बिरसा मुंडा की भूमि अब अफीम और गांजे की खेती की ज़मीन बन गई है. नक्सली संगठनों और ग्रामीणों के सहयोग से झारखंड में ये काम हो रहा है. झारखंड में पनप रही इस समानान्तर इकॉनमी के खिलाफ पुलिस ने अभियान छेड़ा है. देखिए आजतक संवाददाता सत्यजीत कुमार की ये रिपोर्ट.