जमीन और जंगल बचाने को लेकर शुरू हुआ पत्थलगड़ी आंदोलन अब हिंसा की राह पकड़ चुका है. आंदोलन का विरोध करने पर 7 लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई. आदिवासियों के अधिकारों की लड़ाई में ये वारदात बड़ा झटका मानी जा रही है. पत्थलगड़ी आंदोलन का मकसद आदिवासी इलाकों में ग्राम सभाओं को सर्वशक्तिमान बनाना है. खनन और निर्माण कार्यों के लिए ग्राम सभा की इजाजत जरूरी करने की मांग रखी जा रही है. इसी आंदोलन के चलते झारखंड में कई लोगों पर मुकदमे दर्ज हैं. सोरेन सरकार ने सत्ता में आते ही ये मुकदमे वापस लेने का आदेश दिया था.