झारखंड में लगभग 2 माह तक 5 चरणों में चली चुनावी प्रकिया के बाद प्रदेश में एक बार फिर त्रिशंकु विधानसभा बनने की आशंका पैदा हो गई है. कांग्रेस के सहयोगी बाबूलाल मरांडी का कहना है कि राज्य में सेक्यूलर सरकार बने, इसके लिए उन्हें शिबू सोरेन से भी परहेज नहीं है.