नेशनल कांफ्रेंस के नेता मुस्तफा कमाल ने कहा, अफजल गुरू को फांसी देने से आतंकवाद और उग्रवाद खत्म नहीं होगा. इसे रोकने का एक ही रास्ता है कि हिन्दुस्तान पाकिस्तान आपस में दोस्ती करे.