क्या कांग्रेस नरम हिन्दुत्व के रास्ते पर चलने को मजबूर है. छिंदवाड़ा में एक दिन पहले कमलनाथ ने हनुमान जयंती के मौके पर पूरे भक्तिभाव से पूजा अर्चना की. हालांकि कमलनाथ ने अपनी ओर ये संदेश देना चाहा कि भगवा उनका भी उतना ही है जितना कि बीजेपी का लेकिन एक बात साफ हो गई सेक्यूलरिज्म की राजनीति से मार खाई कांग्रेस एक नई राह तलाश रही है.