वीर जवानों ने अपनी शहादत देकर आर्मी कैंप को तो बचा लिया मगर उन शहीद सपूतों के घर में अब मातम पसरा है, परिवार वालों को इस बात का गर्व तो है कि बेटा देश के काम आ गया. मगर सवाल भी है कि वीर सपूत अपनी शहादत कब तक देते रहेंगे.