19 अगस्त की सुबह सेकेंड लेफ्टिनेंट पुलकित सोनी के नेतृत्व में नौसेना बचाव दल को कहा गया कि वो केरल के त्रिशूर के एडिशनल कलक्टर से संपर्क करें. उन्हें एक टूटे हुए पुल के बारे में बताया गया जिसके तरफ राहत दल के 109 कर्मचारी फंसे हुए थे. फिर उन्होंने रस्सियों के सहारे सभी लोगों को बाहर निकाला जिसमें महिलाएं और बच्चे भी थे.