scorecardresearch
 
Advertisement

जहां हुआ भारत-चीन का टकराव, कैसे मिला उसे गलवान घाटी का नाम? देखें

जहां हुआ भारत-चीन का टकराव, कैसे मिला उसे गलवान घाटी का नाम? देखें

सोमवार रात को लद्दाख के गलवान घाटी में भारत-चीन के बीच हुई झड़प में भारतीय सेना के एक कमांडिंग ऑफिसर और दो जवान शहीद हो गए. वहीं चीनी सैनिकों के भी मारे जाने की खबर है. हालांकि उनके सैनिकों की संख्या कितनी है, इसको लेकर अभी कोई कंफर्म जानकारी सामने नहीं आई है. दोनों देशों के बीच तनाव कम करने को लेकर बातचीत जारी है. वहीं इस घटना पर LAHDC लेह के चीफ एक्जीक्यूटिव काउंसलर ग्याल पी वांग्याल ने कहा कि लद्दाख इसे बर्दाश्त नहीं करेगा. इसके अलावा हम आपको मुहम्मद आमिन गलवान का भी बयान सुनाते हैं जो गलवान रसूल के पोते हैं, जिनके बारे में कहा है जाता है कि गलवान रसूल ने ही गलवान घाटी की खोज की थी और इन्हीं के नाम पर इसका नामकरण हुआ. देखें वीडियो.

A Colonel-rank officer and two soldiers of the Indian Army were killed in a violent face-off with Chinese troops in the Galwan Valley area of Ladakh on Monday night. The face-off took place during efforts to de-escalate the prevailing tensions along the Line of Actual Control (LAC) in eastern Ladakh. Meanwhile, LAHDC Leh, CEC Gyal P Wangyal said, this should have not happened. Ladakh would not tolerate this. Watch the video for more details.

Advertisement
Advertisement