पटना में एक धार्मिक कार्यक्रम का हिस्सा बनने आए लालू प्रसाद यादव मंच पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए रखी गई कुर्सी पर बैठ गए. हालांकि उन्हें फौरन अपनी गलती का एहसास हो गया और उन्होंने कुर्सी बदल ली. लालू प्रसाद यादव को फौरन ये एहसास हो गया कि वो गलत कुर्सी पर बैठ गए हैं. मंच के बीच में रखी सबसे ऊंची कुर्सी तो मुख्यमंत्री की है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं. उन्होंने फौरन कुर्सी बदल ली. कुछ देर के बाद नीतीश कुमार वहां आए और अपने लिए लगाई कुर्सी पर बैठे. बगल वाली कुर्सी पर लालू प्रसाद यादव नजर आए. कुर्सी की ये कहानी असमंजस के मंच पर लिखी गई. जिसका कुछ भीतरी अर्थ खोजना बेमानी है.