वक्त ने फिर से साथ ला खड़ा किया तो लालू यादव और मुलायम सिंह यादव साथ-साथ जीने मरने की कसमे खाने लगे हैं. कभी राष्ट्रीय जनता दल के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले मुलायम सिंह यादव को लालू प्रसाद यादव अब बिहार के मसीहा नजर आने लगे हैं. यह दोस्ती चुनाव तक तो नहीं!