पार्टी तोड़ने की कोशिश ने जैसे लालू यादव को तीखे सियासी हमलावर में तब्दील कर दिया. उन्होंने मंगलवार को मोदी के ‘चायवाले’ वाली छवि पर प्रहार करते हुए कहा, ‘ऐ बात सुनिए. इसलिए आज हम बैठे. हम मिलर स्कूल में पढ़ते थे, तो पैसा नहीं रहता था. तो पैसंजर बैठाकर रिक्शा ढोए हैं. नरेंद्र मोदी रिक्शा चलाया है? चलो वेटनरी में, हम चाय बिस्कुट घोंटे हैं.’