बिहार के चुनाव में आरजेडी के मुखिया लालू यादव पर खासतौर पर नजर है. क्योंकि बिहार की राजनीति में लालू यादव से ज्यादा जमीनी पकड़ और लंबा अनुभव किसी के पास नहीं रहा है. छात्र राजनीति के बाद 1977 में लालू यादव पहली बार चुनाव लड़े थे और उन्होंने उस चुनाव में कई रिकॉर्ड बना दिए, लेकिन चारा घोटाले में सजा सुनाए जाने के बाद 2014 से लालू यादव चुनाव में नहीं उतर सके.