देश के एक बेटे ने भारत मां के लिए हंसते-हंसते अपनी जान दे दी. पूरा देश उसकी इस शहादत पर सिर झुकाता है. लेकिन अपनी सरकार को आज तक एक मिनट की फुर्सत नहीं मिली कि वो जाकर एक मिनट उस परिवार से संवेदना के दो बोल बोले. ना यूपी की सरकार आयी और ना केंद्र के हुक्मरान. शहीद के परिवार का गम अब गुस्से में तब्दील हो गया है और वे अनशन पर बैठ गए हैं.