बाबरी कांड की जांच के लिए गठित लिब्रहान आयोग की रिपोर्ट संसद में पेश हो गई है. गृहमंत्री चिदंबरम ने रिपोर्ट को सिर्फ अंग्रेजी में ही पेश किया, क्योंकि इसका हिंदी अनुवाद तैयार नहीं था. संसद में हंगामा क्या भारत की लोकतांत्रिक छवि को धूमिल करती है?