बैंकों ने डिफॉल्टर के लिए मुहिम शुरू की है. बैंक का लोन नहीं चुकाने पर बैंक इनका कच्चा-चिट्ठा अखबारों में छपवाएगा, इसका खामियाजा गैरंटी देने वालों को भी परेशानी भुगतनी पड़ सकती है.