शहीदों को सभी हिंदुस्तानियों को गर्व है, लेकिन सरकार और नेता शहीदों की शहादत को भूल गए. जम्मू के पुंछ में मारे गए पांचों शहीदों का शव जब दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा तो ना वहां केंद्र सरकार के मंत्री मौजूद थे और ना ही नीतीश सरकार के मंत्री.