नफरत के हथियार से विनाश के चार-चार युद्ध लड़े गए, जिसमें बहा तो सिर्फ रिश्तों का खून. हिंदुस्तान ने जब भी दोस्ती का हाथ बढ़ाया पड़ोसियों से दगाबाजी के खंजर ही निकले. पाकिस्तान दोस्ती की बोली नहीं समझता.