चुनावी मौसम है...ऐसे में नेताओं का हर मंदिर, हर दरवाजे पर जाना कोई हैरानी की बात नहीं है और जाएं भी क्यों न... क्योंकि कार्यकर्ताओं के बीच जाकर नेता अपने हिस्से का कर्म तो करते हैं, मगर भाग्य नाम की कोई चीज भी होती है और भाग्य बनाने वाला तो भगवान है.