वैसे तो महाकुंभ का मुख्य शाही स्नान 14 अप्रैल को मेष संक्रांति के अवसर पर होगा लेकिन 14 जनवरी को मकर संक्रांति के साथ ही महाकुंभ की शुरुआत हो जाएगी. वो महाकुंभ, जिसके बारे में कहा जाता है कि 33 करोड़ देवी-देवता और साक्षात त्रिदेव आपको आशीर्वाद देने हरिद्वार पहुंचते हैं.