कराची में दाऊद के बंगले से लगातार फोन किया जाता रहा और भारत में घंटी बजती रही. दरअसल, डी कंपनी से जुड़े फोन की वो घंटी महाराष्ट्र की सत्ता के गलियारे में घनघनाया करती थी.