शहीद मेजर संदीप ने मुंबई जाने से कुछ दिन पहले अपने शब्दों को कविता के रुप में दर्ज की थी. मुंबई में हुए आतंकवादी हमलों के दौरान होटल ताज में आतंकियों से मुठभेड़ करते हुए मेजर संदीप शहीद हुए थे.