असहिष्णुता पर पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने चुप्पी तोड़ी. मनमोहन ने नेहरू जयंती समारोह में चिंतकों की हत्या पर अफसोस जताते हुए कहा कि विरोध की आवाज को दबाना देश के विकास के लिए बड़ा खतरा है. बिना आजादी देश का आर्थिक विकास नामुमकिन है.