बाल ठाकरे ने सामना में लिखा है कि 2जी घोटाले से प्रधानमंत्री का नकाब उतर चुका है. उन्होंने कहा है कि चिदंबरम को बचाने के प्रयास में मनमोहन सिंह खुद फंस सकते हैं. ठाकरे ने तो यहां तक कह डाला कि प्रधानमंत्री को बेशर्मी का अवार्ड मिलना चाहिए.