बिहार के औरंगाबाद में माओवादियों ने एक सरकारी स्कूल को बारूदी धमाके में उड़ा दिया. माओवादियों के खौफ से सहमे गांव के लोगों ने विरोध जताने की हिम्मत नहीं की. लेकिन, बच्चों से रहा नहीं गया. उन्होंने बाकायदा चिट्ठी लिखकर माओवादियों से सवाल पूछा है कि अब बच्चे कहां जाएंगे पढ़ने? और बच्चे पढ़ेंगे नहीं, तो क्या करेंगे?