मसरत मामले पर राज्यसभा और लोकसभा में आज फिर जोरदार हंगामा हुआ. राज्यसभा में सपा नेता ने सदन में बयान की मांग की. आपको बता दें कि एक चिट्ठी के सामने आने के बाद इस मुद्दे ने नये सवाल खडे कर दिये हैं जिसके अनुसार उनकी रिहाई का फैसला राज्यपाल शासन के दौरान ही हो चुका था.