लखनऊ में आयोजित महारैली में मायावती ने तमाम बसपा विरोधी दलों, खासकर कांग्रेस को दलित विरोधी करार देते हुए बसपा राज में दलित समाज के उत्थान से जुड़े महापुरुषों के नाम पर बनाये गये स्मारकों, पार्को और मूर्तियों की स्थापना को सर्वथा उचित बताया.