क्या आप यकीन कर सकते हैं कि दिल्ली नगर निगम के 40 हजार कर्मचारियों का कोई अता-पता नहीं है लेकिन हर महीने उनको तनख्वाह देने के नाम पर करोड़ों रूपयों का भुगतान हो रहा है. बदइंतजामी का ऐसा नायाब उदाहरण आपने शायद पहले कभी नहीं देखा होगा.