उच्चतम न्यायालय ने अपने फैसले में एक 60 वर्षीया नर्स की ओर से इच्छामृत्यु के लिए दायर की गई याचिका को खारिज कर दिया. यह नर्स मुम्बई के एक अस्पताल में बर्बरतापूर्ण दुराचार के बाद 37 साल से बेहोशी की हालत में है.