महंगाई से त्रस्त आम लोगों को प्रणब दादा का बजट रास नहीं आया. उन्होंने पेट्रॉलियम पदार्थों के दामों में बढ़ोतरी की. हालांकि कुछ लोगों को यह मिलाजुला लगा.