मोदी सरकार अपने 4 साल पूरे होने का जश्न मना रही है. सरकार के मंत्री जनता को अपनी उपलब्धियां गिनाने का काम कर रहे हैं. लेकिन अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा को लेकर मोदी सरकार कहीं न कहीं कटघरे में दिखाई दे रही है. पीएम मोदी ने भले ही 'सबका विकास, सबका साथ' जैसा नारा देकर सरकार की छवि बेहतर दिखाने की कोशिश की लेकिन उनके कार्यकाल में अल्पसंख्यकों और खासकर मुस्लिमों के खिलाफ बढ़ती हिंसा उनके दावे पर सवाल खड़े करती है. मोदी के शासनकाल में ऐसे कई उदाहरण सामने आए, जो अल्पसंख्यकों के खिलाफ बढती नफरत की तस्दीक करते हैं.