नरेंद्र मोदी बंगाल की धरती पर थे, इसलिए बंगाल की धरती को तो नमन करना ही था, लेकिन जैसे ही बंगाल की धरती का गुणगान हुआ मोदी अपने रंग में आ गए और सबसे पहले पश्चिम बंगाल की पुरानी लेफ्ट सरकार को कोसा और उम्मीद जताई कि आने वाली सरकारें 32 साल का गड्ढा भरने में कामयाब होगी.