नरेंद्र मोदी को देशभर में भले ही बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के दावेदार के रूप में देखा जा रहा हो, लेकिन जेडीयू ने कहा कि पहले बीजेपी को इस बात की घोषणा करने दें. जेडीयू ने बीजेपी को दोस्त बताया और कहा कि दोस्तों से न तो सौदेबाजी की जाती है न ही उन पर दबाव डाला जाता है. नरेंद्र मोदी की छवि को लेकर जेडीयू ने कहा कि नरेंद्र मोदी 2002 के गुजरात दंगों को रोकने में असफल रहे. उन्हें मुस्तैदी दिखानी चाहिए थी, जो उन्होंने नहीं दिखाई.