नरेंद्र मोदी के निशाने पर केंद्र सरकार की विदेश नीति भी थी. मोदी ने पुराने मुद्दे उठाकर सरकार की बखिया उधेड़ दी. मोदी कोलकाता में कारोबारियों को संबोधित कर रहे थे लेकिन उनके निशाने पर थी केंद्र की यूपीए सरकार.