जब कोई घटना होती है तो वो ख़बर बनती है. जब कोई हादसा होता है तो सुर्खियां बनती हैं. लेकिन जब वक्त का गुबार थमता है तो धूल में सब गुम हो जाता है. हादसे, घटनाएं, मुद्दे यहां तक कि एक मंत्री की हत्या तक भूला दी जाती है. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. वक्त की धूल को साफ करके हम लाए हैं एक मिनिस्टर की मर्डर मिस्ट्री जो आज़ाद हिंदुस्तान का सबसे बड़ा राज़ है. पिछले 38 साल में इस सनसनीखेज हत्याकांड को भुला दिया गया है. लेकिन कोई नहीं भूला तो हम... क्योंकि हम भूलते नहीं.