शिवसेना ने एक बार फिर मुखपत्र सामना में विवादित संपादकीय छापा है. सामना में कहा गया है कि देश को बचाने के लिए नसबंदी जरूरी है. मुस्लिमों और ईसाइयों की बढ़ती देश के लिए खतरा है.