एक तरफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के आने पर अंतिम फैसला होने वाला है, अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई नरेंद्र मोदी के शपथ-ग्रहण में आने वाले हैं तो वहीं उनके देश के हेरात शहर में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला हो गया. इस हमले के बाद सवाल उठ रहा है कि क्या मोदी की ताजपोशी तालिबान को पच नहीं रही और क्या मोदी के खिलाफ तालिबान कोई साजिश रच रहा है?