ये है मोदी का मैजिक. वो भी तब जब दिल्ली फतह की पहली सालगिरह का मौका हो. शंघाई के एक्सपो पेवेलियन में मोदी आत्मविश्नास से भरे दिखे, फिर अपने और अपनी सरकार पर भरोसा ऐसा छलका की यहां तक कह दिया दुख भरे दिन बीते रहे भइया.