लोकसभा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राज्यसभा में अपना पहला भाषण दिया. उन्होंने विकास के लिए केंद्र और राज्य के संबंधों को बेहतर बनाने और केंद्र के विचार सब राज्यों पर न थोपे जाने की बात कही. प्रधानमंत्री ने संसद को दागियों से मुक्त बनाने की जरूरत भी बताई.