पर्यावरण की स्थिति में गिरावट के लिए बदलती जीवनशैली को जिम्मेदार ठहराते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बढ़ता उपभोक्तावाद जलवायु संकट का कारण है और उन्होंने इससे लड़ने के लिए देश की पुरानी परंपराओं का पालन किए जाने की वकालत की.