हिन्दुस्तान के चुनाव प्रचार इतिहास में अब एक नई कहानी लिखी जा रही है. बड़ी-बड़ी जनसभाओं के बाद अब एक साथ सैकड़ों चौपाल करके प्राचर होगा. थ्री डी प्रचार के बाद मोदी अब एक और फार्मूले के साथ हाजिर हैं. इस बार चाय की चौपाल के साथ, तरीका भले ही हाईटेक है लेकिन टारगेट बेहद आम तपका है.