अन्ना के आंदोलन में उनके साथ रहीं किरण बेदी कहती हैं कि सोशल मीडिया एक नया माध्यम है, जिसके जरिए हम अपने विचार लोगों तक पहुंचा सकते हैं. यह पेपरलेस है. इस नए सिस्टम के लिए पॉलिसी बननी चाहिए, लोगों को जागरुक किया जाना चाहिए. इसकी बहुत जरूरत है.