पहले दोस्ती औऱ फिर दगा, अपहरण का उसका ये नया फंडा था और अपनी इस साजिश में उसने इंटरनेट को बनाया हथियार. अपराध की उसकी इस नई तरकीब की पहली शिकार बनी कानपुर की एक लड़की. बड़े शातिर तरीके से बनाई गई अपहरण की उसकी योजना तो कामयाब हो गई लेकिन वो पुलिस को झांसा नहीं दे पाया.