जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से पहले ही पार्टी में दरार साफ दिखी जब राष्ट्रीय सचिव शिवराज सिंह खुले तौर पर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में आ गए. आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव को भी मौका मिल गया और उन्होंने नीतीश कुमार की धर्म निर्पेक्षता पर सवाल उठा दिए.