अपनी किताब में जिन्ना की तरफदारी किए जाने पर जसवंत सिंह की तो किरकिरी हुई है, लगता है कि इस मसले पर अब बीजेपी में भी अंतर्द्वद्व की स्थिति बनी हुई है. पहले कर्नाटक सरकार ने कहा था कि उनकी किताब पर बैन नहीं लगाया जाएगा. अब मध्य प्रदेश सरकार ने भी ऐसा ही कहा है.