ये धर्म है, सियासत है, कारोबार है या केवल जायका. ये सवाल गो-माता का है या फिर किसी गरीब के लिए सस्ते पोषण का. इस सवाल का इतिहास पौराणिक काल में जाता है. और इस जवाब का इतिहास कभी सत्ता तो कभी मायनों में उलझ जाता है.