मुंबई के लाल बाग के राजा तो विदा हो गए, लेकिन अपने पीछे छोड़ गए हैं भक्तों की भक्ति का खजाना. विसर्जन के बाद बुधवार से लाल बाग के राजा के दान पात्र खोले गए. गिनती अब भी चल रही है और उम्मीद है कि लाल बाग के राजा के खजाने में 10 से 12 करोड़ की रकम जमा है.