वन रैंक वन पेेंशन मुद्दे पर आमरण अनशन पर बैठे पूर्व फौजी. प्रधानमंत्री मोदी के चुनावी वादों में शामिल रहा यह मुद्दा सरकार के एक साल पूरा करने के बाद भी जस का तस है. ऐसे में पूर्व सैनिकों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है.