हमारे समाज में कुछ ऐसे ठेकेदार हैं, जो दंगा करवाते हैं और इसके लिए बकायादा फीस वसूलते हैं. लोगों की भीड़ इकट्ठी की जाती है और अलग-अलग तरह से दंगे कराने के लिए अलग-अलग कीमत ली जाती है.