मानसून सत्र से पहले विपक्ष पर आंखें तरेर रही केंद्र सरकार के तेवर दो दिनों में ही ढीले पड़ गए. सीडब्ल्यूजी घोटाले को लेकर आ रही कैग रिपोर्ट के आधार पर बीजेपी ने मनमोहन को निशाना बनाने का संकेत दिया. कलमाड़ी को लेकर संसद का मॉनसूत्र गर्म हो गया.